Mobile industry preparing to increase tariff : लोकसभा चुनाव के बाद, देश के लाखों लोग अपनी जेब की चिंता में हैं। मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियाँ टैरिफ बढ़ाने की तैयारी में हैं, जिसका सीधा मतलब है कि चुनावों के बाद मोबाइल रिचार्ज की कीमतें बढ़ सकती हैं। इसके लिए कंपनियों ने पूरी तैयारी की है और यह भी तय किया गया है कि इस बार कितना पैसा बढ़ाया जाएगा।
चुनाव के बाद संभावित है कि मोबाइल रिचार्ज की कीमतें बढ़ जाएँ, क्योंकि दूरसंचार कंपनियाँ इसके लिए पूरी तैयारी कर रही हैं। इस तैयारी के बारे में विस्तृत जानकारी तो नहीं है, लेकिन यह संभव है कि वे रिचार्ज की कीमतों में वृद्धि करें।
Mobile industry preparing to increase tariff
(मोबाइल रिचार्ज की नई तकनीकें)
तीन साल पहले एक शुल्क बढ़ाया गया था। रिपोर्ट में उम्मीद जताई गई है कि चुनाव के बाद उद्योग में 15-17 प्रतिशत की शुल्क वृद्धि होगी। अंतिम बार दिसंबर 2021 में लगभग 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। इससे स्पष्ट है कि लगभग तीन साल बाद टैरिफ में बढ़ोतरी की जाएगी। 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अर्थ है कि यदि वर्तमान में 300 रुपये का रिचार्ज कराया जा रहा है, तो बढ़ोतरी के बाद यह 351 रुपये हो जाएगा।
हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में उज्जवल हुआ है कि आम चुनाव के बाद दूरसंचार उद्योग में 15-17 प्रतिशत की शुल्क वृद्धि का अनुमान है। देश में 19 अप्रैल से एक जून तक 7 चरणों में आम चुनाव होंगे, और 4 जून को मतगणना की जाएगी। एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग की इस रिपोर्ट के अनुसार, दूरसंचार क्षेत्र में शुल्क वृद्धि का मुद्दा काफी दिनों से पेंडिंग है, और ऐसा माना जा रहा है कि चुनावों के बाद इसमें वृद्धि हो सकती है। इस बढ़ोतरी से सबसे अधिक फायदा भारती एयरटेल को होगा।
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जियो ने फायदा पाया, जबकि वोडाफोन आइडिया को नुकसान हुआ। एक रिपोर्ट में उल्लिखित है कि वोडाफोन आइडिया की बाजार हिस्सेदारी सितंबर 2018 के 37.2 प्रतिशत से घटकर दिसंबर 2023 में लगभग आधी, अर्थात् 19.3 प्रतिशत तक कम हो गई है। वहीं, भारती की बाजार हिस्सेदारी इस अवधि में 29.4 प्रतिशत से बढ़कर 33 प्रतिशत हो गई है। जियो की बाजार हिस्सेदारी इस अवधि में 21.6 प्रतिशत से बढ़कर 39.7 प्रतिशत हो गई है।
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एयरटेल ने अपने प्लान को सार्वजनिक किया है। भारत की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी, एयरटेल, ने एक ब्रोकरेज नोट में प्रति ग्राहक औसत कमाई (एआरपीयू) की विवरण प्रस्तुत किया है। नोट में कंपनी का मौजूदा एआरपीयू 208 रुपये है, जिसे 2026-27 तक 286 रुपये तक बढ़ाने की संभावना है। रिपोर्ट में उद्धरण दिया गया है, “हमें आशा है कि भारती एयरटेल के ग्राहक आधार में प्रति वर्ष लगभग दो प्रतिशत की वृद्धि होगी, जबकि उद्योग में प्रति वर्ष लगभग एक प्रतिशत की वृद्धि होगी।”